इस वक्तव्य में यह कहा जा रहा है कि एक महिला की सुंदर साड़ी पहनने और उसके शरीर को जिस तरीके से परिभाषित किया जा रहा है, वह अश्लीलता की श्रेणी में आता है। यह उदाहरण 50 साल पुराना है, जो यह दर्शाता है कि ऐसे दृष्टिकोण और परिभाषाएँ आज भी समाज में प्रचलित हैं। वक्ता यह संज्ञान दिला रहा है कि भले ही समय बदल गया हो, पर महिलाओं के प्रति ऐसें नजरिए में कोई खास परिवर्तन नहीं आया है।
जिस प्रकार उन्होंने इसे प्रस्तुत किया, एक महिला ने एक सुंदर साड़ी पहन रखी थी, और जिस तरह से आप उसके शरीर का विवरण दे रहे हैं, यह भी अश्लील है। यह स्थिति 50 साल पहले की है।